Monday, August 24, 2009

चार घंटे,२६० मरीज और अकेला डॉ० सत्यकाम....

रविवार की छुट्टी के बाद सुबह पौने दस बजे जब मैं पी एच सी पहुँचा तो पता चला कि बिरजू की कल रात बीबी द्वारा पिटाई हुई और इसी गम में वो आज सुबह से ही टुन्न है। इसका सीधा मतलब हुआ कि आज मेरी ओ पी डी में दरवाजे पर पर्चे चलाने के लिये कोई नहीं होगा। आज कल मरीज भी ज्यादा हैं खैर हिम्मत बाँधी, श्याम जी को पर्चे बनाने पर लगाया, जोशी दवा बांटने लगे और मैंने ओ पी डी शुरु की। व्यवस्था बनाये रखने की मेरी तमाम कोशिशों के बाद भी मरीजों ने मुझे और मेरी मेज को चारों ओर से इस तरह घेर लिया कि मुझे लगा मानो ये सारे दर्शक हैं और मैं बीच में मदारी की तरह मजमा दिखा रहा हूँ ।

गाँव में रहने के अनुभव के बाद एक निष्कर्ष मैंने निकाला है कि गरीबी और जहालत अगर साथ साथ हों तो इन्सान कभी कभी जानवर से भी बदतर हो जाता है। इस महीने हमें मात्र ६० आई ड्राप मिली अतः मेरी कोशिश रहती है कि असली मरीज को ही लिखूं। एक वृद्धा आई , जोड़ दर्द की शिकायत की, मैंने दवा लिखी, उठते उठते बोली मुझे एक डिराप लिख दे आँख से दिखता नहीं। मैंने लाख समझाया कि तुम्हारी दोनों आंखों में मोतिया है जिसका इलाज आपरेशन है डिराप से कुछ नहीं होगा, वह अड़ी रही, मेरे दुबारा इन्कार पर उसने दुनिया भर की गालियां मुझे व मेरी आगे पीछे की सात पुश्तों तक को दे डाली। क्या करता भीतर से रोते हुए भी मुस्कराता रहा।

काम के अंत में हिसाब जोड़ा,नये १८६ पुराने ७४ (पर्चा १५ दिन चलता है) मैं बैठा १० से २ बजे तक, अब आप ही हिसाब लगाओ २४० मिनट, २६० मरीज,अकेला डॉक्टर ,मरीज की बात सुननी है, परीक्षण करना है, दवा लिखनी है,रजिस्टर एन्ट्री करनी है,परहेज बताना है, दवा को खाना समझाना है, चारों ओर खड़ी भीड़ को कन्ट्रोल करना है.... अकेला सत्यकाम क्या क्या करे? घोर नाइन्साफी है ऊपर वाले और ऊपर वालों तुम्हारे राज में...

काम खत्म होते होते पूरी तरह ड्रेन हो गया मैं ।

घर आया और यह पोस्ट टाइप कर रहा था कि ट्रेक्टर आई और धमकी दी जाओ उसेन को सुलाओ वरना यू एस बी माडेम लैप टॉप से खींच कर फेंक दूंगी.....

अब ये ट्रेक्टर और उसेन कौन हैं ? इंतजार करिये मेरी अगली पोस्ट का....

2 comments:

  1. आप तो भरे-पूरे सहित्यकार हैं-डाक्तर सत्यकाम के रूप में आपका हार्दिक
    स्वागत है ।मुझे भी सहित्यीलाज करानें के लिये आपके पी० एच० सी०(ब्लाग)पर आना पडेगा।

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  2. इन्तेज़ार है, बिना पूरी हिस्ट्री जाने डायग्नोसिस नहीं बना पाऊँगा ।
    इसे ज़ल्द पूरी करें ।

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आपका अपना ही..... सत्यकाम ।